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एडवोकेट सुमन खिचड़ : हरियाणा की ग्रामीण राजनीति में एक सशक्त और आदर्श नेतृत्व की मिसाल लेखक : जगदीश शर्मा

हरियाणा की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था में कुछ ही नाम ऐसे हैं जिन्होंने सीमित संसाधनों में असाधारण कार्य कर अपनी अलग पहचान बनाई। फतेहाबाद जिले की जिला परिषद अध्यक्ष एडवोकेट सुमन खिचड़ जी का नाम उन चुनिंदा नेताओं में अग्रणी है। उनका व्यक्तित्व, विचार और कार्यशैली बताती है कि सच्चा नेता वही होता है जो चुनौतियों में अवसर तलाश कर जनहित को सर्वोपरि रखता है।

सुमन खिचड़ जी ने बेहद साधारण परिवार से निकलकर अपने अथक परिश्रम, शिक्षा और सेवा भावना से न केवल राजनीति में अपनी सशक्त पहचान बनाई, बल्कि प्रशासनिक कार्यशैली में भी नई मिसाल कायम की। उनका कार्यकाल हर दृष्टिकोण से उल्लेखनीय रहा है, चाहे वह विकास योजनाओं का निष्पक्ष क्रियान्वयन हो, सबको साथ लेकर चलने की कला हो, या महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देना।

प्रशासनिक कार्यशैली और निर्णय क्षमता

सुमन खिचड़ जी की प्रशासनिक पकड़ अत्यंत सशक्त और दूरदर्शी रही। उन्होंने जिला परिषद की बैठकों में निर्णय लेने की प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी बनाया। हर छोटे-बड़े प्रस्ताव पर गंभीर विमर्श, सटीक आंकड़ों के आधार पर फैसले और सभी सदस्यों की सहमति लेना उनकी कार्यशैली की सबसे बड़ी खूबी रही।

उनके नेतृत्व में फतेहाबाद जिला परिषद एक निष्क्रिय संस्था से निकलकर एक गतिशील विकास मंच बन गई। उन्होंने अधिकारियों से लेकर पंचायत प्रतिनिधियों तक सबकी जिम्मेदारी तय की। हर बैठक में प्रगति समीक्षा करना और जहां भी कार्य अटक जाए, वहां स्वयं हस्तक्षेप कर समाधान निकालना उनके व्यक्तित्व का हिस्सा रहा।

कई बार जब जटिल विषयों पर मतभेद होते, सुमन जी धैर्यपूर्वक सभी पक्षों को सुनतीं और संवाद से रास्ता निकालतीं। यह उनका संयम और सूझबूझ ही था कि जिला परिषद के अधिकांश प्रस्ताव निर्विवाद रूप से पारित होते रहे।

विकास योजनाओं का सफल क्रियान्वयन

सुमन खिचड़ जी ने ग्रामीण विकास की धारणा को सिर्फ कागजों पर ही सीमित नहीं रहने दिया, बल्कि उसे धरातल तक ले जाकर परिणाम दिखाए। उनके नेतृत्व में अनेक योजनाएं प्रभावी ढंग से लागू हुईं, जैसे –
सड़क निर्माण और मरम्मत परियोजनाएं – सैकड़ों किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का नवीनीकरण।
स्वच्छ पेयजल – गांव-गांव में आरओ संयंत्र लगवाने की पहल।
सौर ऊर्जा लाइटें – ऊर्जा बचत के लिए सौर लाईटों का वितरण।
ठोस कचरा प्रबंधन – स्वच्छ गांव अभियान में ठोस कचरे के निस्तारण की व्यवस्था।
महिला पोषण जागरूकता शिविर – कुपोषण दूर करने के लिए गांवों में विशेष शिविर।
स्कूलों का विकास – शौचालय, स्मार्ट क्लास रूम, फर्नीचर की सुविधा।
इन कार्यों में सुमन जी व्यक्तिगत रुचि लेकर हर प्रगति रिपोर्ट की निगरानी करती रहीं। उनका मानना है कि जब नेता स्वयं मॉनिटरिंग करता है, तो अधिकारियों में भी जिम्मेदारी का भाव मजबूत होता है।

सभी दलों को साथ लेकर चलने की अनोखी क्षमता

सुमन खिचड़ जी राजनीति में चाहे किसी भी दल से जुड़ी रहीं, लेकिन उनके व्यवहार में दलगत भेदभाव कभी नहीं झलका। उन्होंने जिला परिषद की बैठकों में सभी विचारधाराओं के लोगों को समान महत्व दिया। चाहे पंचायत समिति के सदस्य हों या वार्ड पंच – सभी से वे सम्मानपूर्वक संवाद करतीं।
उनकी इस समन्वयकारी कार्यशैली ने विकास के एजेंडे को राजनीतिक मतभेदों से ऊपर रखा। यही कारण है कि वे हर वर्ग और हर दल के बीच आदर और विश्वास की प्रतीक बन गईं।

महिला सशक्तिकरण में ऐतिहासिक पहल

सुमन खिचड़ जी ने महिला सशक्तिकरण को हमेशा अपनी प्राथमिकता में रखा। उनके नेतृत्व में बालिका पंचायत जैसी ऐतिहासिक पहल शुरू हुई। फतेहाबाद जिले के गांवों में बेटियों को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की समझ दिलाने के लिए विशेष चुनाव आयोजित कराए गए। इससे बेटियों का आत्मविश्वास बढ़ा और अभिभावकों की सोच में भी बड़ा बदलाव आया। हजारों बेटियों ने पहली बार मंच पर आकर भाषण दिए, प्रस्ताव रखे और चुनाव लड़ा। इसके अलावा, महिला हेल्प डेस्क, पोषण अभियान, महिला स्वास्थ्य शिविर, सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण केंद्र, और स्वरोजगार योजनाएं भी उनके कार्यकाल की महत्वपूर्ण उपलब्धियां रहीं।

भाजपा संगठन में सक्रिय भूमिका

भाजपा की वरिष्ठ नेत्री के रूप में सुमन जी ने संगठनात्मक मजबूती में भी बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया, संगठनात्मक बैठकों में सटीक सुझाव दिए और हर कार्यक्रम में सक्रियता से हिस्सा लिया। उनका स्पष्ट मत रहा कि पार्टी की मजबूती के लिए अनुशासन और जनसेवा – दोनों का संतुलन जरूरी है। संगठन में उनकी साख इतनी मजबूत है कि कार्यकर्ता उनसे सलाह-मशविरा करने में संकोच नहीं करते।

नेतृत्व का प्रभाव और लोकप्रियता

फतेहाबाद जिले के हर गांव में सुमन खिचड़ जी का नाम भरोसे और विकास का पर्याय बन चुका है। बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक सभी उनका सम्मान करते हैं। उनकी लोकप्रियता का बड़ा कारण यह भी है कि वे हर किसी को अपने परिवार का सदस्य मानती हैं। उनके व्यवहार में आत्मीयता, उनकी मुस्कान में अपनापन और उनके फैसलों में दूरदर्शिता झलकती है। यही वजह है कि वे हरियाणा की ग्रामीण राजनीति में एक मजबूत नेता के रूप में उभरी हैं।

प्रेरक व्यक्तित्व और आदर्श नेत्री

एक महिला होकर उन्होंने जिस तरह से राजनीतिक, प्रशासनिक और सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाया, वह अपने आप में प्रेरणादायक है। उनका व्यक्तित्व यह संदेश देता है कि नारी अगर ठान ले तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं रहता। उनका काम आने वाली पीढ़ियों को यह सिखाता है कि दृढ़ संकल्प, ईमानदारी और मेहनत से कोई भी व्यक्ति समाज में बदलाव का वाहक बन सकता है।

निष्कर्ष

फतेहाबाद जिले में विकास की जो इबारत आज लिखी जा रही है, उसमें एडवोकेट सुमन खिचड़ जी की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह साबित किया है कि मजबूत नेतृत्व का अर्थ सिर्फ कुर्सी संभालना नहीं, बल्कि हर घर तक बदलाव पहुंचाना है। उनकी कार्यशैली, सोच और जनहित के प्रति समर्पण आने वाले समय में हरियाणा की राजनीति और ग्रामीण विकास का मार्गदर्शन करेगा। सुमन खिचड़ जी आज न केवल भाजपा की बल्कि हर वर्ग की लोकप्रिय नेत्री हैं। उनका संघर्ष और सफलता यह सिखाती है कि अगर इरादा नेक हो, तो सीमाएं टूट जाती हैं और रास्ते बन जाते हैं।